"एक सोच, एक संकल्प, एक अभियान हो सबके चेहरे पे मुस्कान”
सरकारों की उदासीनता का प्रमाण है , प्रत्येक गाँव भूख और आत्महत्याओं की दुःख भरी कहानियों से भरा पड़ा है । बुन्देलखण्ड के विकास पर पानी की कमी , भूमि अनुपजाऊ और जनप्रतिनिधियों की असक्रियता तीनों एक साथ प्रहार करते आये हैं ।
जिस दौर में बिजली , सड़क ,इन्टरनेट, जैसी सुविधाये देश के लाखो गावों – कस्बो में पहुच चुकी है | उस दौर में बुदेलखंड आज भी गरीबी, बेकारी, असमानता, और पलायन जैसी समस्याओ से लड़ रहा है|
No comments:
Post a Comment